Skip to main content

मध्यप्रदेश के कई शहर भीगे, भोपाल में पारा 42 डिग्री से नीचे; राजस्थान और हरियाणा में आंधी-बारिश-ओले गिरे, रेवाड़ी में दीवार गिरने से एक की मौत

नौतपा के पांचवें दिन मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश हुई। इसके बादगर्मी से लोगों को राहत मिली है। मध्यप्रदेश में पिछले चौबीस घंटे में नौगांव, जबलपुर, सागर समेत 15 शहरों में तेज बारिश हुई और तापमान एक से तीन डिग्री कम हो गया। भोपाल में पारा 41.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, जो कि गुरुवार के मुकाबले करीब दो डिग्री कम है। मौसम वैज्ञानिक पीके साह ने बताया कि उत्तरी हिस्से में बारिश हुई और राजस्थान के पास चक्रवती घेरा बना हुआ है इस कारण तापमान में गिरावट हुई। शनिवार काे राजधानी में बारिश के आसार हैं। 2 जून तक ऐसा ही मौसम रहेगा।

राजस्थान मेंसबसे गर्म कोटा, उसका तापमान भी 43.8 डिग्री

प्रदेश में नौतपा की शुरुआत में 50 डिग्री तक पहुंचा पारा चार दिन में ही लुढ़क गया। लगातार दूसरे दिन कई इलाको में आंधी चली और बारिश हुई। ओले भी गिरे। इससे दिन का पारा करीब 3 से 8 डिग्री तक नीचे आ गया। श्रीगंगानगर में पारा सबसे ज्यादा 7.8 डिग्री लुढ़ककर 39 डिग्री रहा। 26 अप्रैल को 50 डिग्री के साथ दुनिया और 27 अप्रैल को 49.6 डिग्री पारे के साथ देश का सबसे गर्म शहर रहने वाले चूरू में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री रह गया।चूरू में बारिश के बाद पारा अब 43.5 रह गया है।

शहर शुक्रवार (तापमान) गुरुवार (तापमान)
कोटा 43.8 45.0
चूरू 43.5 46.6
जैसलमेर 43.0 45.4
जयपुर 41.8 44.1
बाड़मेर 41.6 44.3
अजमेर 41.5 41.1
बीकानेर 41.5 45.2
जोधपुर 40.1 42.3
गंगानगर 39.0 46.9

हरियाणा में बदला मौसम;करनाल में दिन का पारा 29.80 पर आया

सप्ताहभर से गर्मी में तप रहे प्रदेश में शुक्रवार को तेज आंधी के साथ बरसात हुई। रेवाड़ी में सर्वाधिक 71 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहां ओले भी गिरे हैं। भुड़ला गांव में आंधी से दीवार गिरने से सांपली निवासी उमराव की मौत हो गई। कई जगह खंभे व पेड़ गिरने से बिजली सप्लाई ठप हो गई। प्रदेश में औसतन 2.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम में ठंडक घुल गई है। तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया। करनाल में यह 29.8 डिग्री पर आ गया। यह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से करीब 1 डिग्री कम था। मई में अब तक 21.2 मिमी बरसात हुई है, जो सामान्य से 22% अधिक है।

आगे क्या : 30 मई को भी बारिश हो सकती है, कहीं-कहीं तेज आंधी चलेगी। 31 मई व 1 जून को भी बंूदाबांदी के आसार हैं। दिन व रात के तापमान में 3-4 डिग्री की कमी आ सकती है। उधर, केरल में प्री मॉनसून की बारिश हो रही है। 1 जून को मॉनसून दस्तक दे सकता है।

बिहार: 4 जिलों में ठनका, तेज हवा के झोंके 11 में धूल से भरी आंधी की भी आशंका

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार रात से शनिवार तक के लिए राज्य के आरा, अरवल और गोपालगंज को छोड़ बाकी सभी जिलों के लिए ‘निगरानी’ अलर्ट जारी किया है। आईएमडी की ओर से चेतावनी, सतर्क, निगरानी और कोई चेतावनी नहीं स्तर पर पूर्वानुमान जारी किया जाता है। शनिवार को नवादा, नालंदा, बेगूसराय, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, बांका, मधेपुरा, सहरसा और भागलपुर में बिजली चमकने, ठनका गिरने, तेज हवा के झोंके और धूल भरी आंधी का निगरानी अलर्ट दिया गया है। शेष 14 जिलों में धूल भरी आंधी का निगरानी अलर्ट नहीं, लेकिन बिजली चमकने, ठनका गिरने और तेज हवा के झोंके का पूर्वानुमान है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
नौतपा के पांचवें दिन प्रदेश में गर्मी के तेवर नरम पड़ गए। बीते चौबीस घंटे में नौगांव, जबलपुर, सागर समेत 15 शहरों में तेज बारिश हुई और तापमान एक से तीन डिग्री कम हो गया


https://ift.tt/36IIuIt

Comments

Popular Posts

सेठ ने फ्लाइट से वापस बुलवाया था, दूसरी कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट हो गया तो भगा दिया, तीन दिन स्टेशन पर भूखे पड़े रहे

सेठ को काम शुरू करना था तो उन्होंने हमें फ्लाइट से मेंगलुरू बुलवाया था। वहां पहुंचे तो उन्होंने बताया कि अब दूसरी कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट हो गया है, इसलिए तुम्हारी जरूरत नहीं। हमने वापस जाने के लिए किराया देने का कहा तो बोले, तुम्हें पहले ही फ्लाइट से बुलवाया है, मेरा काफी पैसा खर्च हो गया। अब जाने का किराया नहीं दे सकता। अपने हिसाब से निकल जाओ। इसके बाद हम बड़ी मुश्किल से मुंबई तक आए। मुंबई स्टेशन पर तीन दिन तक पड़े रहे क्योंकि वापस जाने का किराया ही नहीं था। दो दिन से खाना नहीं खाया था। कृष्णकांत धुरिया नाम के ऑटो चालक ने खाना खिलवाया। उन्हीं के मोबाइल पर रिश्तेदार से पांच सौ रुपए डलवाए, तब कहीं जाकर गोरखपुर के लिए निकल पा रहे हैं। यह दास्तां गोरखपुर से मेंगलुरू गए उन आठ मजदूरों की है, जो मुंबई के लोकमान्य तिलक स्टेशन पर तीन दिनों तक फंसे रहे। तीन दिन भूखे थे। इन लोगों का हाल देखकर ऑटो चालक कृष्णकांत ने बात की और इन्हें तिलक नगर में शिव भोजन में खिलाने ले गया। वहां 5 रुपए में खाना मिलता है। वहां 5 रुपए में इन लोगों को एक की बजाए दो-दो प्लेट खाना दिया गया। फिर कुशीनगर ट्रेन से ये ...

इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम देवबंद में कुरआन के साथ गीता, रामायण और वेदों की ऋचाएं भी पढ़ाई जा रहीं

यूपी के देवबंद में 164 साल पुराना एशिया का सबसे बड़ा इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम कुरआन, हदीस की शिक्षा और अपने फतवों के लिए पहचाना जाता है। आम तौर पर यहां की लाइब्रेरी में दाढ़ी और टोपी वाले स्टूडेंट कुरआन की आयतें, वेदों की ऋचाएं और गीता-रामायण के श्लोकों का उच्चारण करते मिल जाएंगे। दरअसल यह संस्थान छात्रों को गीता, रामायण, वेद, बाइबिल, गुरुग्रंथ और अन्य कई धर्मों के ग्रंथों की शिक्षा भी देता है। दारुल उलूम के बारे में इस जानकारी से अधिकांश लोगों को आश्चर्य हो सकता है, लेकिन हर साल यहां से पास होकर ऐसे स्पेशल कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों की तादाद करीब 300 है। इनमें 50 सीटें हिंदू धर्म के अध्ययन के लिए होती हैं। यहां छात्र मौलवी की डिग्री के बाद स्पेशल कोर्स चुन सकते हैं दारुल उलूम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी बताते हैं कि यहां छात्र मौलवी की डिग्री के बाद स्पेशल कोर्स चुन सकते हैं। यहां शिक्षा के 34 विभाग हैं, 4 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हर साल अध्ययन करते हैं। उस्मानी बताते हैं कि 24 साल पहले देवबंद की कार्यकारी समिति ने यह स्पेशल कोर्स चलाने का फैसला किया था। इसके त...