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ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ टॉस जीतकर बैटिंग चुनी, चोटिल स्टोइनिस की जगह हेनरिक्स को मौका

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 वनडे की सीरीज का दूसरा मुकाबला सिडनी में खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। कैप्टन एरॉन फिंच ने चोटिल मार्कस स्टोइनिस की जगह मोइसेस हेनरिक्स को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया। वहीं, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया।

पहले मैच में मिली हार के बाद सीरीज में बने रहने के लिए टीम इंडिया को हर हाल में यह मैच जीतना होगा। फिलहाल, ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 1-0 से आगे है।

दोनों टीमें:
भारत: शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली (कप्तान), श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल, नवदीप सैनी और जसप्रीत बुमराह।
ऑस्ट्रेलिया: डेविड वॉर्नर, एरॉन फिंच (कप्तान), स्टीव स्मिथ, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मोइसेस हेनरिक्स, मार्नस लाबुशाने, ग्लेन मैक्सवेल, पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, एडम जम्पा और जोश हेजलवुड।

पिछला वनडे ऑस्ट्रेलिया 66 रन से जीता था

सीरीज का पहला मुकाबला भी सिडनी में खेला गया था, जहां ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 66 रन से हराया था। कप्तान एरॉन फिंच और स्टीव स्मिथ के शतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 375 रन का टारगेट दिया था। जवाब में भारतीय टीम 8 विकेट पर 308 रन ही बना पाई थी।

सिडनी में टीम इंडिया का रिकॉर्ड खराब
सिडनी में टीम इंडिया का रिकॉर्ड बहुत खराब है। यहां भारत ने अब तक कुल 21 मैच खेले हैं, जिसमें उसे सिर्फ 5 मैचों में जीत मिली है। वहीं, 15 मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। एक मैच बेनतीजा रहा। बतौर कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18 में 11 मैच जीते हैं। वहीं, फिंच को 13 में से सिर्फ 6 मैचों में ही जीत हासिल हुई है।

हेड-टु-हेड
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 141 वनडे खेले गए। इसमें टीम इंडिया ने 52 मैच जीते और 79 हारे हैं, जबकि 10 मुकाबले बेनतीजा रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर में भारतीय टीम ने 52 वनडे खेले, जिसमें से 13 जीते और 37 मैच हारे हैं। 2 वनडे बेनतीजा रहे।

कोहली-राहुल का फॉर्म में आना जरूरी
पहले वनडे में 375 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट कोहली और लोकेश राहुल कुछ खास नहीं कर सके थे। कोहली 21 और राहुल 12 रन बनाकर आउट हो गए थे। मयंक अग्रवाल 22 और श्रेयस अय्यर भी सिर्फ 2 रन ही बना सके। सीरीज में वापसी करने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को फार्म में आना होगा।

धवन-पंड्या ही टिक सके
पिछले मुकाबले में शिखर धवन और हार्दिक पंड्या ने ही मोर्चा संभाला था। धवन ने 86 बॉल पर 74 रन बनाए थे। वहीं, पंड्या ने 76 बॉल पर 90 रन की पारी खेली थी। पंड्या ने इस दौरान 7 चौके और 4 छक्के लगाए थे। दोनों के बीच 5वें विकेट के लिए 128 रन की पार्टनरशिप भी हुई थी।

भारतीय बॉलर्स को निकालने होंगे विकेट
पहले वनडे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर भारतीय बॉलर्स की क्लास लगाई थी। जसप्रीत बुमराह ने 7, नवदीप सैनी और युजवेंद्र चहल ने 8 से ज्यादा की इकोनॉमी से रन लुटाए थे। सिर्फ मोहम्मद शमी ही रनों पर लगाम लगा पाए थे और 3 विकेट भी लिए थे।

वॉर्नर, फिंच और स्मिथ को आउट करना चुनौती
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स डेविड वॉर्नर और फिंच ने पिछले वन-डे में 156 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की थी। वॉर्नर ने 69 रन की पारी खेली थी। वहीं, फिंच (114) और स्टीव स्मिथ (105) ने शानदार शतक जड़े थे। ग्लेन मैक्सवेल ने भी 19 बॉल पर 45 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। ऐसे में सीरीज में बने रहने के लिए भारतीय बॉलर्स को इन बल्लेबाजों का तोड़ खोजना होगा।

हेजलवुड-जम्पा फॉर्म में, कमिंस से रहना होगा सतर्क
भारतीय बल्लेबाजों को जोश हेजलवुड और एडम जम्पा से सतर्क रहना होगा। हेजलवुड ने पिछले मुकाबले में भारतीय टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ दी थी। वहीं, मिडिल ओवर में जम्पा ने भारतीय बल्लेबाजों की जमकर परीक्षा ली। दोनों ने मैच में 3-3 विकेट अपने नाम किए। भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पैट कमिंस भी भारत के लिए खतरा बन सकते हैं।



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टॉस के दौरान ऑस्ट्रेलिया के कैप्टन एरॉन फिंच और भारतीय कप्तान विराट कोहली।


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