Skip to main content

पहले 1 करोड़ टेस्ट में 3.2 लाख मरीज मिले थे, इस बार एक करोड़ में 8.13 लाख संक्रमित मिले; अब हर 10 लाख की आबादी में 29 हजार लोगों की जांच हो रही

देश में शुक्रवार को कोरोना के 3 करोड़ टेस्ट पूरे हुए। पहले 1 करोड़ टेस्ट में 3.2 लाख संक्रमित मिले थे। दूसरे 1 करोड़ टेस्ट में 14.4 लाख और तीसरे में 1 करोड़ टेस्ट में 8.42 लाख संक्रमित मिले थे। राहत की बात है कि इस बार एक करोड़ लोगों की जांच में संक्रमितों के मिलने का आंकड़ गिरकर 8.13 लाख हो गया।
देश में अब तक 34 लाख 61 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें 26 लाख 47 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं। 62 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

10 लाख की आबादी में 29 हजार लोगों की जांच हो रही
देश में अब हर 10 लाख की आबादी में 29 हजार लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो रही है। इनमें 2,499 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। अमेरिका में इतनी ही आबादी में 2.40 लाख लोगों की जांच हो रही है और इनमें 18,295 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। ब्राजील में 10 लाख की आबादी पर 66,602 टेस्ट हो रहे और 17,730 संक्रमित मिल रहे।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
देश में अब तक 34 लाख 61 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।


https://ift.tt/32zK11X

Comments

Popular Posts

सेठ ने फ्लाइट से वापस बुलवाया था, दूसरी कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट हो गया तो भगा दिया, तीन दिन स्टेशन पर भूखे पड़े रहे

सेठ को काम शुरू करना था तो उन्होंने हमें फ्लाइट से मेंगलुरू बुलवाया था। वहां पहुंचे तो उन्होंने बताया कि अब दूसरी कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट हो गया है, इसलिए तुम्हारी जरूरत नहीं। हमने वापस जाने के लिए किराया देने का कहा तो बोले, तुम्हें पहले ही फ्लाइट से बुलवाया है, मेरा काफी पैसा खर्च हो गया। अब जाने का किराया नहीं दे सकता। अपने हिसाब से निकल जाओ। इसके बाद हम बड़ी मुश्किल से मुंबई तक आए। मुंबई स्टेशन पर तीन दिन तक पड़े रहे क्योंकि वापस जाने का किराया ही नहीं था। दो दिन से खाना नहीं खाया था। कृष्णकांत धुरिया नाम के ऑटो चालक ने खाना खिलवाया। उन्हीं के मोबाइल पर रिश्तेदार से पांच सौ रुपए डलवाए, तब कहीं जाकर गोरखपुर के लिए निकल पा रहे हैं। यह दास्तां गोरखपुर से मेंगलुरू गए उन आठ मजदूरों की है, जो मुंबई के लोकमान्य तिलक स्टेशन पर तीन दिनों तक फंसे रहे। तीन दिन भूखे थे। इन लोगों का हाल देखकर ऑटो चालक कृष्णकांत ने बात की और इन्हें तिलक नगर में शिव भोजन में खिलाने ले गया। वहां 5 रुपए में खाना मिलता है। वहां 5 रुपए में इन लोगों को एक की बजाए दो-दो प्लेट खाना दिया गया। फिर कुशीनगर ट्रेन से ये ...

इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम देवबंद में कुरआन के साथ गीता, रामायण और वेदों की ऋचाएं भी पढ़ाई जा रहीं

यूपी के देवबंद में 164 साल पुराना एशिया का सबसे बड़ा इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारुल उलूम कुरआन, हदीस की शिक्षा और अपने फतवों के लिए पहचाना जाता है। आम तौर पर यहां की लाइब्रेरी में दाढ़ी और टोपी वाले स्टूडेंट कुरआन की आयतें, वेदों की ऋचाएं और गीता-रामायण के श्लोकों का उच्चारण करते मिल जाएंगे। दरअसल यह संस्थान छात्रों को गीता, रामायण, वेद, बाइबिल, गुरुग्रंथ और अन्य कई धर्मों के ग्रंथों की शिक्षा भी देता है। दारुल उलूम के बारे में इस जानकारी से अधिकांश लोगों को आश्चर्य हो सकता है, लेकिन हर साल यहां से पास होकर ऐसे स्पेशल कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों की तादाद करीब 300 है। इनमें 50 सीटें हिंदू धर्म के अध्ययन के लिए होती हैं। यहां छात्र मौलवी की डिग्री के बाद स्पेशल कोर्स चुन सकते हैं दारुल उलूम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी बताते हैं कि यहां छात्र मौलवी की डिग्री के बाद स्पेशल कोर्स चुन सकते हैं। यहां शिक्षा के 34 विभाग हैं, 4 हजार से अधिक स्टूडेंट्स हर साल अध्ययन करते हैं। उस्मानी बताते हैं कि 24 साल पहले देवबंद की कार्यकारी समिति ने यह स्पेशल कोर्स चलाने का फैसला किया था। इसके त...