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फिर ख्वाब डुबोने आ गया सैलाब सूबे का:ये है रामवृक्ष बेनीपुरी का गांव; बाढ़ से बचने के लिए छतों पर बनाई झोपड़ी, 3 महीने यहीं कटेंगे

बागमती नदी की दो धाराओं के बीच बसा है कलम के जादूगर का गांव- बेनीपुर, यहीं है उनकी समाधि भी,पिसा लो सत्तू, कूट लो चूड़ा, बुझा दो आग चूल्हे की, फिर ख्वाब डुबोने आ रहा सैलाब सूबे का,तबाही बचाने को बाढ़ कंट्रोल पर 310 करोड़ की 9 प्रोजेक्ट पर चल रहा काम

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