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भोपाल में तीन माह के शावक की गई जान:सिसकियों का दर्द- मां ने छोड़ा, क्योंकि मैं कमजोर था, जंगल पर राज करने लायक नहीं था

भटककर कोलार फिल्टर प्लांट पहुंचा बाघ का तीन महीने का शावक, यहीं तड़पकर गई जान

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